आजादी के 73 साल बाद भी जब कई गांवों से पाषाण युग वाली तस्वीर सामने आती है तो मन व्यथीत हो जाता है। गांवों की बदहाल स्थिति देखकर सिस्टम की लाचारी और लापरवाही का पता चलता है। बातें तो आदर्श और स्मार्ट गांव की होती है लेकिन अब भी कई गांव वैसे हैं जहां जीवन ज